हमारे मुख्य कार्य-क्षेत्र
अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली और निकटवर्ती पर्वतीय जिलों में 22+ विकास-खण्डों की 250+ ग्रामसभाओं में सक्रिय सेवा।

"गाँव बसाओ, आग से जंगल बचाओ" अभियान के तहत सामुदायिक जागरूकता।

नशे के दुष्प्रभावों पर कार्यशालाएँ और कानूनी जागरूकता सत्र।

180+ महिला SHG का गठन और फूड-प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण।

जैविक बीज वितरण और सामुदायिक मार्केटिंग से आय में वृद्धि।

दूरस्थ क्षेत्रों में 80+ निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन।

वंचित विद्यार्थियों को कम्प्यूटर व छात्रवृत्ति सहायता।

पारदर्शी व सहभागी विकास-मॉडल से दूरस्थ गाँवों तक प्रगति।

सामाजिक कुरीतियों पर जागरूकता और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा।
स्थापना: 26 जुलाई 2003
हमारी दृष्टि और मिशन
"स्वस्थ नशा-मुक्त, वृक्ष-समृद्ध हिमालय एवं स्वावलम्बी ग्रामीण समाज।"
22+ विकासखण्डों की 250+ ग्रामसभाओं में निरंतर सेवा करते हुए, हम पारदर्शिता, विश्वसनीयता और सहभागी विकास-मॉडल को बढ़ावा देते हैं।


हमारे प्रमुख कार्यक्रम

1
30+ ग्रामसभाओं में सामुदायिक वनाग्नि-रोधी दल तथा गोष्ठियाँ।

2
50+ गाँव/महाविद्यालय; आर्थिक, सामाजिक व स्वास्थ्य प्रभावों पर चर्चा।

3
180+ समूह; बुरांश जूस, जैम, अचार आदि का प्रसंस्करण प्रशिक्षण।

4
जैविक बीज (लाल धान, मंडुवा, हल्दी) तथा लेमन-ग्रास/बुरांश विपणन।
हमारा प्रभाव (22 वर्षों की सेवा)
अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली और निकटवर्ती पर्वतीय जिलों में निरंतर सेवा के परिणाम
सेवा वर्ष
स्थापना: 26 जुलाई 2003
+
प्रतिभागी
प्रत्यक्ष लाभार्थी
+
लाभान्वित गाँव
22+ विकासखण्डों में
+
महिला SHG
आय में 35-40% वृद्धि
+
कृषक सहयोग
जैविक बीज व मार्केटिंग
+
स्वास्थ्य शिविर
दूरस्थ क्षेत्रों में निःशुल्क
+
नशा-मुक्ति कार्यशालाएँ
2023-25 में आयोजित